दशहरा पर निबंध इन हिंदी (Dussehra Essay in Hindi) - विजय-दशमी

दशहरा पर निबंध इन हिंदी (Dussehra Essay in Hindi) - विजय-दशमी

दशहरा पर निबंध इन हिंदी (Dussehra Essay in Hindi)

दशहरा पर निबंध 150 words


दशहरा पर निबंध for class 7

हिन्दुओं में वर्ण-व्यवस्था के अनुसार चार बड़े त्यौहारों का विभाजन किया गया है । रक्षा-बन्धन ब्राहमणों का त्यौहार माना जाता है. दीपावली वैश्यों का एवं विजय-दशमी क्षत्रियों का और होली शूद्रों का त्यौहार माना गया है । क्षत्रिय लोग इस दिन अपने अस्त्रशस्त्र की पूजा करते हैं । बड़े त्यौहारों की श्रृंखला के एक लम्बे एवं नीरस अन्तराल के पश्चात यह त्यौहार आता है । अतः इसका अधिक महत्त्व है । यह भारत का एक राष्ट्रीय त्यौहार है । सभी इसको बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं । लगभग एक सप्ताह पहले क्षत्रिय अपने जंग लगे हथियारों का पूजन करने के लिए उनकी सफाई करना प्रारम्भ कर देते हैं । एक पखवाड़े पहले ही भगवान राम के चरित्र की झाँकियाँ रामलीला के रूप में दिखाई जाती है । घर-घर श्री रामचरितमानस का पाठ चलता है ।

हजारों वर्ष पूर्व मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी । यह राक्षसों पर देवताओं की जीत थी । अतः इस महान हर्ष के उपलक्ष्य में यह उत्सव आश्विन शुक्ल की दशमी को मनाया जाता था । तभी से लगातार यह त्यौहार इस तिथि को प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है ।

इस दिन घर की सफाई करके घर के चौक को लीपकर चौक में दशहरे का पूजन किया जाता है । घर में इस दिन पकवान आदि बनाते हैं तथा बच्चे बड़ी प्रसन्नता से खील तथा मिठाइयाँ खाते हैं । शाम को नगरों और गाँवों में मेले लगते हैं । रावण और कुम्भकरण के पुतले जलाए जाते हैं । हजारों नर, नारी एवं बच्चे इस दिन रामलीला मैदान में एकत्रित हो जाते हैं । वे अपने आराध्य देव भगवान राम की भक्ति में भाव-विभोर हो जाते हैं । इससे राष्ट्र को देश-भक्ति एवं वीरता की प्रेरणा मिलती है । यह त्यौहार राष्ट्र पर्व के रूप में मनाया जाता है। 


दशहरा पर निबंध 200 शब्द 

दशहरा पर निबंध for class 8

दशहरा (विजयदशमी) पर निबंध in Hindi

रूपरखा. भमिका, लंका पर विजय, धर्म की विजय का प्रतीक, शस्त्र पूजन, झाँकियाँ, उपसंहार।

भमिका

हमारे प्रत्येक त्यौहार का किसी-न-किसी वस्तु के साथ सम्बन्ध रहता है। विजयदशमी शरद ऋतु प्रधान त्यौहारों में एक है। यह आश्विन मास की शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन श्रीराम ने लंकापति रावण पर विजय पाई थी। इसलिए इसको विजयदशमी कहते हैं। एक जातीय त्यौहार है। इसको हिन्दु ही नहीं अन्य सम्प्रदाय वाले भी मनाते हैं। इसका सम्बन्ध विशेष रूप से क्षत्रियों से  । 

लंका पर विजय

भगवान श्री राम के वनवास के समय में रावण छल से सीता हैजी को हराकर ले गया था। राम ने हनुमान, सुग्राव आदि मित्रों की सहायता से लंका पर आक्रमण किया तथा रावण को मारकर लंका पर विजय पाई। तभी से यह दिन इस त्योहार के रूप में मनाया जाता है। 

धर्म की विजय का प्रतीक

वस्तुतः विजयदशमी का त्यौहार पाप पर पुण्य की अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है । भगवान श्री राम ने अत्याचारी और दुराचारी रावण को विध्वंस कर भारतीय संस्कृति आर उसकी महान परम्पराओं की पुनः प्रतिष्ठा स्थापित की थी। 

शस्त्र पूजन

इसके अतिरिक्त इस दिन का और भी महत्त्व है । वर्षा ऋतु के कारण क्षत्रिय राजा तथा व्यापारी अपनी यात्रा स्थगित कर देते थे। क्षत्रिय अपने-अपने शस्त्रों को बन्द करके रख देते थे और शरद ऋतु के आने पर निकालते थे। शस्त्रों की पूजा करते थे और उन्हें तेज करते थे । व्यापारी माल खरीदते हैं और वर्षा ऋतु के अन्त में बेचने को चल पडते थे । उपदेशक तथा साधु-महात्मा धर्म प्रचार के लिए अपनी यात्रा को निकल पड़ते थे। 

झाँकियाँ

दशहरा श्रीरामलीला का अन्तिम दिन होता है । भिन्न-भिन्न स्थानों में अलग-अलग प्रकार से यह दिन मनाया जाता है । बड़े-बड़े नगरों में रामायण के पात्रों की झाँकियाँ निकाली जाती हैं । दिल्ली तथा कुल्लू का दशहरा प्रसिद्ध है । दशहरे के दिन रावण, कुम्भकर्ण तथा मेघनाद के कागज के पुतले बनाए जाते हैं। सायंकाल के समय राम और रावण के दलों में कृत्रिम लड़ाई होती है । श्रीराम रावण को मार देते हैं । रावण आदि के पुतले जलाए जाते हैं । लोग मिठाइयाँ तथा खिलौने लेकर घरों को लौटते हैं। 

उपसंहार

यदि उचित ढंग से इस त्यौहार को मनाया जाए तो आशातीत लाभ हो सकता है । श्री राम के जीवन पर प्रकाश डालें तथा उस समय का इतिहास याद रखें । इस प्रकार दशहरा हमें उन गुणों को धारण करने का उपदेश देता है जो श्री राम में विद्यमान थे ।


दशहरा निबंध पर कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर 

गांव में दशहरा कैसे मनाया जाता है?

इस दिन गांव में मेले लगते हैं। रामलीला का आयोजन होता है। जिसमे गांव के लोग बढ़ चढ़ के हिस्सा लेते हैं। रावण का विशाल (बड़ा) पुतला तैय्यार किया जाता है और उसे जलाया जाता है। दशहरा अथवा विजयदशमी भगवान राम की विजय के रूप में मनाया जाए या फिर दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति-पूजा का पर्व (त्यौहार) है, शस्त्र पूजन की तिथि है।

दशहरे से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?

दशहरा या विजय दशमी से हमें सच्चे मार्ग पर चलने की सकती प्राप्त होती है साथ ही एक आदर्श व नैतिक जीवन जीने का मार्ग मिलता है। दशहरे के पर्व से हमें सच्चाई, आदर्श और नैतिकता की शिक्षा मिलती है।

कौन सा त्यौहार बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है ?

दशहरा का त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप ,में मनाया जाता है। क्योंकि इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था और भगवान श्रीराम ने रावण वध कर लंका विजय की थी, इसलिए दशमी को विजयादशमी के रुप में मनाते हैं। Dussehra 202१ - दशहरा का त्यौहार पूरे देश में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है । दशहरा (विजयादशमी) का त्यौहार बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है।

दशहरा कब है २०२१ ?

दशहरा विजय-दशमी का त्यौहार दिन शुक्रवार, १५ अक्टूबर २०२१ को है।

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