यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में नकल नहीं कर पाएंगे मुन्नाभाई, ऐसे हैं हाईटेक इंतजाम

 यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में नकल नहीं कर पाएंगे मुन्नाभाई, ऐसे हैं हाईटेक इंतजाम

लखनऊ - उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से इस साल बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने और मुन्नाभाई प्रवृत्ति के छात्रों से पकड़ने के लिए काफी हाईटेक बंदोबस्त किए हैं। पिछली बार भी बोर्ड परीक्षा में सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर से काफी हद तक नकल रोकने में कामयाबी मिली थी। लेकिन यूपी बोर्ड इस अब परीक्षा केंद्रों की निगरानी और हाईटेक तरीके से करने की तैयारी है।

बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में 56 लाख से अधिक विद्यार्थी भाग लेने वाले हैं। साथ ही कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष 8,513 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।  बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे 56,03,813 छात्र-छात्राओं में से 29,94,312 परीक्षार्थी हाईस्कूल से है, जबकि 26,09,501 परीक्षार्थी इंटरमीडिएट के हैं।

इन्हें नकल करने से रोकने के लिए परीक्षा कक्षों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इसकी तैयारी बोर्ड ने पिछले साल से ही कर ली थी। इस बार इसे अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। कमरे में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक रहेगी। 

ऐसे में अमर उजाला ने अपनी सफलता इनीशिएटिव टीम द्वारा यूपी बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए एक स्पेशल क्रैश कोर्स तैयार किया है। जो बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। यह कोर्स यूपी बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए एकदम निःशुल्क है।

एआई आधारित निगरानी प्रणाली 

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस बॉक्स परीक्षा कक्ष की नौ तरह से निगरानी करेगा और गड़बड़ियां होने पर तुरंत मुख्य नियंत्रण कक्ष को अलर्ट भेजेगा। अब कैमरे बंद करके नकल करवाना या सॉल्वर बैठाना भी मुश्किल होगा। यह सीसीटीवी कैमरे को ऑफलाइन यानी बंद करने की स्थिति की भी सूचना देगा। विद्यार्थियों को कैमरे के फोकस से बाहर करने, कैमरे के साथ छेड़छाड़ करने, उनके चेहरे को धुंधला करने पर यह ब्लर विजन अलर्ट के साथ गड़बड़ी होने का भी संदेश भेजेगा। एआई आधारित तकनीक कमरों के अंदर लोगों की गिनती भी करेगी और वहां भीड़ होने या संख्या बढ़ने पर सूचना भी देगी। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस बॉक्स के जरिये परीक्षा कक्षों की लाइव वीडियो रिकार्डिंग भी की जाएगी।

परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्थाओं की पड़ताल

बोर्ड की ओर से इस बार परीक्षा केंद्र के निर्धारण से पहले ही स्कूल, कॉलेज में मौजूद भौतिक संसाधनों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया है। इस बार सामाजिक दूरी नियम का पालन करते हुए 8,513 केंद्रों पर 56,03,813 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। इस संबंध में तैयारियां अंतिम दौर में है।

धागे से सिली हुई उत्तर पुस्तिकाएं 

नकल विहीन परीक्षा के उद्देश्य से बोर्ड की ओर से सभी उत्तर पुस्तिकाओं पर अलग-अलग कोड अंकित करवाए गए हैं। परीक्षा के दौरान आपस में पेज बदले जाने की संभावना के चलते इस बार पिन की जगह उत्तर पुस्तिकाओं को धागे से सिला गया है।

परीक्षा केंद्र पर मजिस्ट्रेट 

जिलेवार प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर, जोनल और सुपर जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की प्रक्रिया चल रही है। जिला स्तर पर परीक्षा केंद्रों को वीडियो सर्विलांस सिस्टम से जोड़ा गया है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र की वेब कास्टिंग होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। 


40 परीक्षार्थियों पर होंगे एक कक्ष निरीक्षक

परीक्षा केंद्रों में 40 परीक्षार्थियों पर दो कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होगी। इसके साथ ही सचल दस्ते भी आकस्मिक जांच करते रहेंगे। वेब कास्टिंग के लिए परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी, वायस रिकॉर्डर और राउटर लगाना अनिवार्य है। छात्र-छात्राओं की तलाशी के लिए परीक्षा केंद्रों पर एक महिला समेत तीन सदस्यीय आंतरिक निरीक्षक दस्ते का गठन किया जाएगा। निर्देशों के अनुसार, किसी भी दशा में पुरुष सदस्य छात्राओं की तलाशी नहीं लेंगे। 


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